URL full form in Hindi
Uniform Resource Locator
(यूनिफ़ॉर्म रिसोर्स लोकेटर)
URL क्या है
URL एक पता होता है जो हमें Web page तक पहुँचाता है इसमें सिर्फ़ text की string का उपयोग किया जाता है हम URL को लिख कर internet पर माजूद किसी भी Web Page ,Video,File,Image तक पहुँच सकते है
URL एक unique identifier के रूप में काम करता है.URL internet प्रोटोकाल से शुरू होता है web server और web browser में संचार के रूप में काम करता है.
World Wide Web पर पहले से जितने भी संसाधन (Web page,Videos,Audio,Image) माजूद है उन्हे यूआरएल के माध्यम से ही एक्सेस किया जाता है
इसको एक उदाहरण के माध्यम से मै समझाता हूँ आप ने एक दिन देखा की आपके दोस्त ने एक सुन्दर सी Watch पहनी हुई है अब आपने घर आ के सोचा की मुझे भी उस तरह वाच खरीदना है आप ने अपने दोस्त के पास फोन लगाया तो उसने बताया इसको मैंने अनलाइन खरीदा है अब वो आपको उस Website का एक Address देगा जिससे आप भी उस website से खरीद सको और जो आपका दोस्त Address देगा उसी को URL(Universal Resource Locator) कहते है.
Url के प्रकार
Absolute URL
यह एक पूर्ण URL होता है जिसमें हमें web page की सटीक location के बारे में बताता है इसमें डोमेन का नाम ,प्रोटोकाल,सर्वर नाम और path की जानकारी रहती है
Absolute URL हमे वेब सर्वर तक पहुचाने का पूरा roadmap देता है इसको हम एक उदाहरण से इसको समझने की कोशिश करते हैं जैसे हमारे पास एक absolute url है -https://www.example.com/index.html
https://-Protocal
www.example.com/-Domain name
index.html-Path
इस URL को देख कर आपको Absolute URL कैसा होता है समझ आ गया होगा
Relative Url
Relative URL में हमे पूरे Web के Address की जरूरत नहीं होती या कहे की यह Absolute URL के बिल्कुल उल्टा होता है इसमे सिर्फ फाइल का नाम और पेज की path की जानकारी होती है
Relative URL साधारण URL होता है इसको भी एक उदाहरण से समझते है जैसे हमारे पास एक Relative URL यह है -https://www.example.com अब आप about.html मे जाना चाहते है जो website के Root Directory में है तो आपको बस https://www.example.com/about.html लिखना होगा
URL के Parts
Protocal-यह URL का पहला भाग होता है जो connection बनाता है जैसे HTTP (Hyper Text Transfer Protocol) इसे secure होता है HTTPS (Hyper Text Transfer Protocol Secure)
Domain Name-Domain दूसरा सबसे बड़ा हिस्सा होता है किसी भी URL का जो किसी website का address को बताता है
Subdomain-Subdomain डोमेन का ही भाग होता है एक डोमेन मे आप कई Subdomain बना सकते है इसका डोमेन से कोई लेना देना नहीं होता यह एक न्यू साइट की तरह काम करता है Subdomain का उपयोग website के अलग अलग खंडों को बांटने के लिए किया जाता है
Path-Path का काम website directory के अन्डर पड़ी files और Specific location को सूचित करता है
URL की विशेषताऍं
- URL इन्टरनेट मे माजूद सभी वेबसाइट के लिए एक Unique Address देती है
- URL डोमेन प्रोटोकाल Subdomain,Path से मिल कर बना होता है
- वेबसाइट के यूआरएल में दो भाग रहते है और वेबपेज के यूआरएल मे दो से अधिक भाग रहते है
- URL को Web address भी कहा जाता है
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1 . URL का Full Form क्या होता है
Universal Resource Locator
2 .URL की खोज किसने की थी
1992 में टीम बर्नर्स-ली ने इसको पहली बार दुनिया के सामने रखा था
3 . URL क्या है
Internet में माजूद संसाधन को access करने का एक unique पता होता है
URL क्या है -गाइड विडिओ
Video Credit-Hindi Tech Tutorial
आपने क्या सीखा -URL kya hai
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको समझ आ गया होगा की कैसे यूआरएल से हम world wide web मे माजूद सभी संसाधन को आसानी से एक्सेस कर पाते है अब आप जान गए होंगे की Url Kya hai इसके कितने Parts और प्रकार होते है
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